ऊर्जामंत्री को करना पड़ा गोस्वामी परिवार की महिलाओं के विरोध का सामना, ठीक से नहीं कर सके बांकेबिहारी के दर्शन
विराेध करती गाेस्वामी परिवार की महिलाएं


मथुरा, 19 जुलाई(हि.स.)। श्रीबांके बिहारी के दर्शन करने पहुंचे ऊर्जा मंत्री को शनिवार दोपहर गोस्वामी परिवार और महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ गया। मंत्री को इस दौरान ठीक से दर्शन भी नहीं करने दिए गए। ऐसी हालात देख मंत्री भी गेट नंबर चार से होते हुए मंदिर से बाहर आ गए।

ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में शनिवार सुबह 11 बजकर 55 मिनट पर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा दर्शन के लिए पहुंचे। पहले से मंदिर प्रांगण में ऊर्जामंत्री को ज्ञापन देने के लिए गले में काला दुपट्टा डाले इंतजार कर रहीं थी। सीओ सदर संदीप सिंह ने महिलाओं के हाथ से काली पट्टी पर लिखे स्लोगन छीन लिए। इस बात पर एक गोस्वामी और सीओ में कहासुनी भी हो गई। सेवायतों ने भी विरोध का स्वर ऊंचा करते हुए मंदिर का पर्दा गिरा दिया। जिसके चलते मंत्री शर्मा को केवल कुछ सेकंड के लिए ही भगवान बांके बिहारी के दर्शन हो सके। उन्हें न तो प्रसाद दिया गया और न ही परंपरागत पटका पहनाया गया। मंदिर में विरोध देख ऊर्जामंत्री गेट संख्या चार से परिक्रमा में होकर लौटने लगे। ये देख विरोध-प्रदर्शन कर रहीं महिलाएं परिक्रमा में पहुंच गईं और ऊर्जामंत्री को ज्ञापन देने की कोशिश की। इसी दौरान सीओ संदीप सिंह व पुलिस अधिकारियों ने महिलाओं के साथ धक्का−मुक्की की और ज्ञापन फाड़ दिया। यहां से ऊर्जामंत्री वीआइपी मार्ग स्थित मंदिर सेवायत जुगल किशोर गोस्वामी की गद्दी पर पहुंचे। वहां भी महिलाएं प्रदर्शन करते हुए पहुंच गईं। काफी देर बाद ऊर्जामंत्री पुलिस के सुरक्षा घेरे में निकले और वीआइपी मार्ग पर कार में बैठ पागल बाबा बिजलीघर के लिए रवाना हो गए।

सेवायतों ने नहीं दिया माला-प्रसाद

प्रदेश के शहरी विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन के बाद सेवायतों ने न तो प्रसादी माला ही दी और न ही पटका व प्रसाद भेंट किया। ऊर्जामंत्री दर्शन कर वीआईपी मार्ग की ओर रवाना हो गए।

हिन्दुस्थान समाचार / महेश कुमार