18 बालिकाओं ने सहजन के 18 पाैधे अष्टादशी वाटिका में रोपे
18 बालिकाओं द्वारा 18 सहजन के पेड़ अष्टादशी वाटिका में रोपित हुए


हरदोई, 19जुलाई (हि. स.)। वृक्ष हमें जीवन देते हैं। इससे पर्यावरण भी शुद्ध रहता है। गांव हमारे इसीलिए खुशहाल दिखते हैं। आज बालिकाओं ने पाैधे लगाए। उन्होंने उनकी रक्षा का भी संकल्प लेकर नजीर बनाई। उक्त विचार विनोबा सेवा आश्रम द्वारा आज सेवाधाम जयप्रभा कुटीर छीतेपुर में 18 सहजन के पेड़ तथा एलोवेरा,अपराजिता,हरसिंगार नीम के भी 18- 18 पाैधे अष्टादशी वाटिका में रोपित करने के बाद सभी को संबोधित करते हुए सहयोग संस्था के कोषाध्यक्ष प्रगतिशील कृषक महेंद्र दुबे ने कहा कि सेवाधाम केंद्र धीरे-धीरे प्रगति का केंद्र बनता जा रहा है। छोटे बच्चों के लिए जिस प्रकार के झूले यहां उपलब्ध हैं ,हमने बचपन में नहीं देखे थे। यहां के बच्चों को प्रगति के नए-नए आयाम आश्रम खोलता जा रहा है। सेवाधाम के प्रबंधक बृजेंद्र अवस्थी ने कुटीर की प्रगति बताते हुए कहा कि हम देख रहे हैं कि प्रतिदिन कोई न कोई उपलब्धि इस केंद्र के खाते में आ रही है। यहां की बहनें कंप्यूटर सीख कर आगे बढ़ेंगी तो चालीस बालिकाएं सिलाई का सुंदर प्रशिक्षण ले रही हैं। अभी बुजुर्गों की सेवा का बड़ा आयाम शुरू होने वाला है। हरित कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मधुरेश गुप्ता ने कहा कि आज मैं यहां पहली बार आकर बहुत प्रभावित हुआ हूं। यहां पर जो संस्कारों की शिक्षा दी जा रही है, वह बच्चों का जीवन बनाने का कार्य करेगी। उन्होंने देखा कि यहां पावर कट बहुत हो रहा है इसलिए यहां पर सोलर की 3 किलोवाट की यूनिट लगाने का सुझाव भी दिया और शीघ्र उसे यहां स्थापित कराने का वायदा भी किया। जो यहां केविकास के लिए वरदान सिद्ध होगा। विनोबा विचार प्रवाह के सूत्रधार रमेश भइया ने एकवर्षीय मौन के कारण अपना संदेश लिखकर दिया । सभी ग्रामवासियों और आए हुए बच्चों को साधुवाद दिया गया। अंशु ने नाम माला और सेवक की प्रार्थना कहलाकर सभी का आभार व्यक्त किया। विपिन मौर्या ने हमारा मंत्र जयजगत हमारा तंत्र ग्राम स्वराज्य हमारा लक्ष्य विश्वशांति ,एक बनेंगे नेक बनेंगे, भेदभाव छोड़ दो, दिल से दिल को जोड़ दो। नारी शक्ति जागेगी, सारी विपदा भागेगी, गांव की शक्ति जागेगी, दूर गरीबी भागेगी, हर मसले का एक इलाज, गांव-गांव में ग्राम स्वराज के नारे लगवाए।

हिन्दुस्थान समाचार / अंबरीश कुमार सक्सेना