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पूर्व बर्दवान, 19 जुलाई (हि.स.)। पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश और विभिन्न बैराजों से पानी छोड़े जाने के कारण अजय और भागीरथी नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। इसका असर सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल के कटवा इलाके और नदिया जिले के गांवों पर पड़ा है।
कटवा के पानुहाट स्थित दरानीपाड़ा और नदिया जिले के नवाचर गांव में गुरुवार रात से ही पानी घुसने लगा था। गांव की सड़कों पर कमर तक पानी जमा हो गया है, जिससे स्थानीय लोगों का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। गांवों के खेतों में भी पानी भर गया है, जिससे किसानों को भारी नुकसान की आशंका है। खेतों में इस समय परवल और जूट की फसल लगी हुई है, जो अब जलमग्न हो गई है।
हालांकि अभी नदी का जलस्तर खतरे के सीमा से नीचे है, फिर भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। कटवा शहर के कटगोला पाड़ा, हरिसभा पाड़ा और श्मशान घाट क्षेत्रों में न केवल जलस्तर बढ़ा है, बल्कि धारा की गति भी तेज हो गई है। नदी किनारे बसे 8, 9 और 10 नंबर वार्डों के निवासी दहशत में हैं।
शांखाई फेरी घाट पर जलस्तर बढ़ने के कारण फ्लोटिंग जेटी को दो बार स्थानांतरित करना पड़ा है। कटवा नगरपालिका के चेयरमैन समीर साहा ने कहा कि प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
शहर के भागीरथी तटवर्ती इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया है। खासकर खालपाड़ा के पास शांखाई फेरी घाट और अजय-भागीरथी के संगम स्थल पर पूरा इलाका जलमग्न हो गया है। शांखाई और बल्लवपाड़ा फेरी घाट भी पूरी तरह से पानी में डूब चुके हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय