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जयपुर, 19 जुलाई (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को पीसीसी मुख्यालय में ओबीसी विभाग की बैठक में भाग लेने के बाद सामाजिक न्याय को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का एजेंडा सिर्फ कांग्रेस का नहीं, बल्कि पूरे देश के हर नागरिक का एजेंडा बनना चाहिए। अगर भारत को सच में विश्वगुरु बनना है, तो जाति और धर्म के नाम पर हो रहे भेदभाव को खत्म करना होगा।
गहलोत ने कहा कि आज देश में छुआछूत, जातिगत भेदभाव, ऊंच-नीच जैसी समस्याएं आज भी मौजूद हैं। जब तक हर वर्ग को सामाजिक, राजनीतिक, मीडिया और इंडस्ट्रीज में समान भागीदारी नहीं मिलेगी, तब तक देश विश्वगुरु बनने का सपना नहीं देख सकता।
उन्होंने राहुल गांधी की ‘सामाजिक न्याय यात्रा’ की सराहना करते हुए कहा कि राहुल गांधी जो संसद के अंदर और बाहर बोल रहे हैं, वो देशवासियों के दिलों को छू रहा है। उनका रास्ता न्याय का है, जो सच्चे लोकतंत्र की नींव है।
गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि धर्म के नाम पर राजनीति करके देश को गुमराह किया जा रहा है। अब जनता को समझ में आने लगा है कि असली एजेंडा सामाजिक न्याय है, जो राहुल गांधी के नेतृत्व में देश के सामने रखा गया है।
उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए विदेश नीति पर भी सवाल खड़े किए।
उन्होंने कहा कि आज जब देश को साथ चाहिए था, तो कोई भी वैश्विक ताकत भारत के साथ खड़ी नजर नहीं आई। रूस जैसा पुराना मित्र भी चुप रहा। ये एनडीए सरकार की विफलता है, जिससे भारत की अंतरराष्ट्रीय स्थिति कमजोर हुई है।
गहलोत ने अंत में कहा कि “देश तभी एकजुट और अखंड रहेगा, जब हर जाति, धर्म और वर्ग को समान अधिकार और सामाजिक न्याय मिलेगा। यही रास्ता राहुल गांधी दिखा रहे हैं और यही देश को मजबूत करने का एकमात्र तरीका है।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस सामाजिक न्याय और जातीय जनगणना को लेकर देशव्यापी अभियान चला रही है और लोकसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित