स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवती महिला का करवाया सुरक्षित प्रसव
चमोली अस्पताल में प्रसव के दौरान गर्भवती महिला।


गोपेश्वर, 19 जुलाई (हि.स.)। चमोली जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से बरसात के दौरान गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव को चलाए जा रहे अभियान के तहत दशोली ब्लॉक के खैनुरी गांव की हाईरिस्क वाली गर्भवती महिला का सुरक्षित संस्थागत प्रसव कराया गया।

चमोली जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में खैनुरी गांव की 26 वर्षीय विनीता देवी पत्नी सूरज लाल को गर्भावस्था के सातवें महीने के अंत में अत्यधिक खून की कमी (हीमोग्लोबिन केवल 7 ग्राम) पाई गई थी। इससे उनके प्रसव में जटिलताएं उत्पन्न होने की आशंका बनी थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने महिला की स्थिति को पहचाना और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ.रश्मि पुरोहित के नेतृत्व में एएनएम कुसुम बिष्ट एवं आशा वर्कर सतेश्वरी देवी की ओर से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दशोली में महिला को आयरन सुक्रोज इंजेक्शन से विशेष आयरन थेरेपी दी गई।

सीएमओ डॉ. अभिषेक गुप्ता ने बताया कि लगातार फॉलोअप के बाद महिला को प्रसव पीड़ा शुरू होने पर आशा वर्कर व एएनएम की ओर से महिला को स्वास्थ्य विभाग के वाहन से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चमोली लाया गया। महिला चिकित्सक एवं स्टाफ की देखरेख में महिला का सफल प्रसव कराया गया। विनीता देवी ने 3.50 किग्रा वजन के स्वस्थ नवजात पुत्र को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। प्रसव के समय महिला का हीमोग्लोबिन स्तर 10 ग्राम पाया गया।

स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता,समय पर उपचार एवं ग्रामीण स्वास्थ्य टीम की सजगता के चलते एक उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव संभव हो पाया। जिले में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार सभी गर्भवती महिलाओं की जांच और देखरेख कर रही है जिससे किसी भी जटिलता की स्थिति में समय रहते आवश्यक उपचार उपलब्ध कराया जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल