अपहरण व वसूली के आरोपित चारों पुलिस कांस्टेबल सेवा से बर्खास्त
jodhpur


थानाधिकारी की भूमिका को लेकर पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा

जोधपुर, 19 जुलाई (हि.स.)। राजस्थान पुलिस को शर्मसार करने वाले जोधपुर कमिश्नरेट के माता का थान पुलिस थाना के निलंबित चारों पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। उन पर दो दोस्तों का अपहरण कर वसूली करने के आरोप है।

डीसीपी ईस्ट आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस सेवा आचरण नियमों के तहत दोषी मानते हुए कांस्टेबल जगमाल राम जाट, नृसिंह जाट, राकेश पूनिया और लादूराम मेघवाल को बर्खास्त किया है। इस मामले में थानाधिकारी की भूमिका को लेकर पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है।

डीसीपी श्रीवास्तव ने बताया कि पीडि़त दिलीप गौड़ व उसके दोस्त रमेश शर्मा का माता का थान थाने के पुलिसकर्मी जगमाल राम जाट, नृसिंह जाट, राकेश पूनिया, लादूराम मेघवाल व सरदारपुरा थाने के कांस्टेबल ऋषभ और एक अन्य के साथ मिलकर महामंदिर थाना क्षेत्र से 14 जुलाई को अपहरण किया। उसके बाद माता का थान थाने लेकर गए, जहां सीसीटीवी बंद कर दोनों से 2 लाख नकद और करीब 9 लाख की क्रिप्टो करेंसी हड़पी। इस मामले को लेकर पीडि़त डीसीपी आलोक श्रीवास्तव के पास पेश हुआ। इसके बाद डीसीपी ने एसीपी हेमंत कलाल को निर्देश देकर पड़ताल की। महामंदिर थाने में मामला दर्ज कराया और चारों आरोपितों को गिरफ्तार किया। इन्हें कोर्ट में पेश कर दो दिन का डिमांड लिया। पहले चारों आरोपित पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया और शनिवार को सेवा से बर्खास्त कर दिया।

दो दिन की रिमांड पर पता चला कि दिलीप गौड़ के साथ ही रमेश शर्मा की पत्नी के अकाउंट से एक लाख रुपये निकालने के लिए एक आरोपित रमेश शर्मा को केनरा बैंक के एटीएम ले गया। यहां दस हजार के दस ट्रांजैक्शन किए। इसके फुटेज पुलिस के हाथ लगे हैं। जिस जगह से दोनों को अगुवा किया, वहां के फुटेज भी मिल गए। चारों पुलिस कांस्टेबल अभी जांच में सहयोग नहीं कर रहे व किसी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने से दूरी बना रखी है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश