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झज्जर, 19 जुलाई (हि.स.)। ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन ने शनिवार काे सरकार से किसानों की बारिश व जल भराव से नष्ट हुई फसलों के बदले 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की है।
ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के हरियाणा प्रदेश सचिव जयकरण मांडौठी व अध्यक्ष अनूप सिंह मातनहेल ने शनिवार को कहा कि हर वर्ष प्रदेश में हजारों एकड़ फसल जल भराव से बर्बाद हो जाती है। कठोर शर्तों के कारण बीमा कंपनियों से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा किसानों को नहीं मिल पाता और हरियाणा सरकार भी कोई क्षतिपूर्ति नहीं करती। किसान हाथ मलते रह जाते हैं। उनकी फसल जल भराव से नष्ट हो जाती है। उन्होंने कहा कि किसानों के, खेतों की जुताई, बिजाई, बीज, खाद, कीटनाशक आदि पर हजारों रुपये प्रति एकड़ खर्च हो जाते हैं। फसल बर्बाद होने के बाद उनके पास आमदनी का कोई जरिया नहीं बचता है और वे कर्ज के जाल में फंस जाते हैं।
जयकरण में कहा कि पिछले चार-पांच दिन से ज़िले के कई गांवों के किसानों की बाजरा, कपास, ज्वार व धान की लगभग 25-30 हज़ार एकड़ फसल तबाह हो गई है। इसी तरह इन दिनों में प्रदेश के हजारों किसानों की फसलें जल भराव से नष्ट हो जाती है। उन्होंने ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन की ओर से किसानों की बर्बादी पर गहरी चिंता प्रकट की और हरियाणा सरकार से तुरंत स्पेशल गिरदावरी करा कर पीड़ित किसानों को कम से कम 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के किसान डीएपी और यूरिया की कमी से जूझ रहे हैं। सरकार किसानों को तुरंत खाद उपलब्ध कराए। उन्होंने सरकार से जल भराव और खाद की क़िल्लत का स्थाई समाधान करने की मांग की।
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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज