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बालाघाट, 19 जुलाई (हि.स.)। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में लांजी थाना क्षेत्र अंतर्गत छत्तीसगढ़ सीमा के पास बाघ नदी के किनारे झुलनापाठ के जंगल में शनिवार सुबह सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। इसमें कुछ नक्सलियों के मारे जाने की सूचना है। पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा ने मुठभेड़ की घटना की पुष्टि की है। हालांकि, उन्होंने नक्सलियों के मारे जाने की बात से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल जंगल में तलाशी अभियान जारी है। मौके पर हॉक फोर्स और कोबरा बटालियन के जवान तैनात हैं।
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, झुलनापाठ के जंगल में शनिवार सुबह सुरक्षाबलों द्वारा एक विशेष सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। इसी दौरान सुरक्षाबलों का सामना नक्सलियों से हो गया, जिसके बाद दोनों ओर से फायरिंग शुरू हो गई। फिलहाल, मुठभेड़ जारी है और मौके पर अतिरिक्त बलों को रवाना किया गया है। प्रशासन ने क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया है और मुठभेड़ से संबंधित विस्तृत जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।
जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आदर्शकांत शुक्ला ने बताया कि मुठभेड़ शनिवार सुबह नौ बजे के आसपास शुरू हुई थी। दो-तीन घंटे के बाद मुठभेड़ रुक गई। फिलहाल सुरक्षा जवान इलाके की सर्चिंग कर रहे हैं। मुठभेड़ में नक्सलियों के मारे जाने की भी जानकारी सामने आ रही है, लेकिन घने जंगल में नेटवर्क की समस्या के कारण अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। संपर्क होने के बाद ही इस संबंध में विस्तृत जानकारी मिल पाएगी। हॉक फोर्स और कोबरा बटालियन के जवान मौके पर तैनात है। आशंका है कि फायरिंग में कुछ नक्सलियों को इसमें गोली लगी है।
गौरतलब है कि इससे पहले 14 जून को रूपझर थाना क्षेत्र के कटेझिरिया के जंगल में पुलिस और हॉक फोर्स की संयुक्त टीम विशेष सर्च ऑपरेशन चलाकर चार हार्डकोर महिला नक्सलियों को मार गिराया था। इसके बाद इस महीने हट्टा थाना क्षेत्र के ठाकुरटोला के नैनसिंह धुर्वे को पुलिस ने नक्सलियों को विस्फोटक सामग्री उपलब्ध कराने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस मामले में पुलिस अब तक 5 संदेहियों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है।
शनिवार को जिस इलाके में मुठभेड़ हुई वह छत्तीसगढ़ की सीमा के काफी करीब है, आशंका जताई जा रही है कि नक्सली वहीं से भागकर मध्य प्रदेश के बालाघाट में आए हैं। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का एक्शन लगातार जारी है। केंद्र सरकार ने अगले साल तक देश को माओवाद से मुक्त करने का निर्णय लिया है। ऐसे में मध्य प्रदेश में भी उनके छिपने के संभावित ठिकानों पर लगातार सर्चिंग की जा रही है।---------------------------
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर