सोनीपत में स्कूल के लिपिक ने डेढ़ करोड़ का किया गबन
पुलिस प्रवक्ता रविंद्र सिंह


सोनीपत: प्राचार्या भारती


सोनीपत, 19 जुलाई (हि.स.)। जिले के दो सरकारी स्कूलों में एक लिपिक द्वारा ई-सेलरी पोर्टल

का दुरुपयोग कर करीब एक करोड़ 45 लाख रुपए की सरकारी धनराशि का गबन करने का सनसनीखेज

मामला सामने आया है। फर्जी नामों से वेतन व एरियर के बिल बनाकर यह राशि अपने परिजनों

और परिचितों के खातों में ट्रांसफर की गई।

यह घोटाला तब उजागर हुआ जब पीएम श्री वरिष्ठ

माध्यमिक स्कूल की प्राचार्या भारती ने अतिरिक्त प्रभार में मिले छत्तैहरा बहादुरपुर

स्कूल का रिकॉर्ड खंगालना शुरू किया। प्राचार्या ने बताया कि 1 जुलाई 2025 को कार्यभार ग्रहण करने

के बाद वहां के लिपिक मंजीत ने उन्हें एक सेवानिवृत्त शिक्षक शिवराज का बिल तैयार होने

की सूचना दी। एक अन्य व्यक्ति मनोज आनंद ने भी फोन पर यही जानकारी दी, जिस पर भरोसा

करते हुए उन्होंने बिल ट्रेजरी में भेज दिया। जांच में पता चला कि यह बिल असली शिवराज

के नाम पर नहीं, बल्कि एक अनजान नाम महेन्द्र मलिक के नाम पर बना था और इसकी राशि 9

लाख 9 हजार 75 रुपये थी।

प्राचार्या ने तत्परता दिखाते हुए ट्रांजैक्शन रुकवाया और

गहन जांच शुरू कर दी। रिकॉर्ड खंगालने पर जुलाई 2021 से जून 2025 के बीच 31 फर्जी बिल

पाए गए, जिनकी कोई ऑफिस कॉपी, टोकन या कैशबुक में एंट्री नहीं थी। इनसे कुल 1 करोड़

12 लाख 13 हजार 76रुपये की राशि निकाली गई, जिनमें 1 करोड़ 3 लाख रुपये से अधिक की

रकम फर्जी खातों में ट्रांसफर की गई थी।

जिन नामों पर भुगतान हुआ, वे सभी फर्जी थे जैसे महिमा, दिव्या,

भूपेन्द्र, तृप्ता, संजय, पूनम आदि। इनमें से तृप्ता, मनोज आनंद की पत्नी है, जिससे

स्पष्ट है कि पूरा घोटाला जानबूझकर परिचितों की मिलीभगत से किया गया। मनोज आनंद पूर्व में अकबरपुर बारोटा स्कूल में भी कार्यरत

था, जहां से उसने 20 फर्जी बिलों के ज़रिए 32 लाख 96 हजार 909 रुपये की राशि का गबन

किया। सभी बिलों में पैन नंबर नहीं डाला गया था, जो कि 10 हजार से अधिक भुगतान के लिए

अनिवार्य होता है। पुलिस प्रवक्ता रविंद्र सिंह ने शनिवार को बताया कि प्राचार्या

भारती की शिकायत पर थाना कुंडली में आरोपी के विरुद्ध धोखाधड़ी, गबन, जालसाजी और अन्य

धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। प्राचार्या की मांग है कि दोषियों से धन वसूली

कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।

हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना