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बाड़मेर, 19 जुलाई (हि.स.)। पचपदरा थाना पुलिस ने एक चौंकाने वाले मामले का पर्दाफाश करते हुए दो ऐसे तस्करों को गिरफ्तार किया है, जो न सिर्फ ड्रग्स का अवैध कारोबार करते थे, बल्कि इस धंधे में असली तस्करों को भी नकली नोटों से चूना लगाते थे। ये आरोपित महज 10 हजार के असली नोट देकर 20 हजार रुपये के नकली नोट हासिल करते थे और उसी से मादक पदार्थ खरीदते थे। बाद में उसे बाजार में बेचकर डबल मुनाफा कमाते थे।
घटना शुक्रवार देर रात की है, जब थानाधिकारी अमराराम अपनी टीम के साथ गांव ड्यूकियों का तला पाटोदी क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। इसी दौरान सामने से आ रही एक स्विफ्ट कार पुलिस की जीप देखकर अचानक मुड़ गई। संदेह होने पर थाने की टीम ने पीछा कर गाड़ी को आगे से घेरकर रोक लिया।
कार की ड्राइवर सीट पर बैठे व्यक्ति की पहचान दावद खान उर्फ पप्पू खान (29) के रूप में हुई, जो लूट के एक मामले में वांटेड था। उसके साथ बैठे सफी खान (52) की भी तलाशी ली गई। पूछताछ में दोनों घबरा गए और सही जवाब नहीं दे सके। पुलिस की सख्ती के बाद दावद खान के पास से 5.12 ग्राम एमडीएमए (सिंथेटिक ड्रग) और सफी खान के पास से 11.12 ग्राम अफीम का दूध बरामद हुआ। इतना ही नहीं, सफी खान के पास से ₹29,000 मूल्य के 500-500 रुपये के 58 नकली नोट भी मिले।
दोनों आरोपितों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट और नकली मुद्रा कानून के तहत केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि दोनों आरोपित नकली नोटों के जरिए ड्रग्स खरीदते थे। वे 10 हजार असली रुपये देकर 20 हजार के नकली नोट तैयार कराते और उनसे नशीले पदार्थ खरीदते थे। फिर इन्हें ऊंचे दामों पर बेचकर डबल मुनाफा कमाते थे। यानी ये न सिर्फ कानून से, बल्कि दूसरे तस्करों से भी चालाकी कर रहे थे। एसपी अमित जैन ने बताया कि दावद खान पर जोधपुर, फलौदी, बाड़मेर और बालोतरा में एनडीपीएस, पॉक्सो और लूट जैसे पांच आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। वहीं, सफी खान पर भी एनडीपीएस एक्ट के तहत केस बालोतरा थाने में दर्ज है। बालोतरा पुलिस की तत्परता से एक बड़ा नकली नोट और ड्रग्स तस्करी रैकेट उजागर हुआ है। एसपी ने इसे संगठित अपराध करार देते हुए कहा कि आरोपितों से पूछताछ जारी है और जल्द ही इनके नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी संभव है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित