झज्जर : माजरा दुबलधन में हर घर में नल के जल की व्यवस्था अब तक नहीं
पेयजल के टैंकों में मिलता रहता है बारिश गड्ढों में भरने वाला दूषित पानी।


झज्जर, 19 जुलाई (हि.स.)।पीएम मोदी ने 2014 में जल जीवन मिशन के तहत हर घर में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता की सुखद शुरुआत की थी। इसके देशभर में बेशक सकारात्मक परिणाम आ रहे हों। लेकिन झज्जर जिले के 12 हजार की जनसंख्या वाले गांव माजरा दूबलधन में यह योजना कारगर साबित नहीं हो पाई है। गांव की आधी से अधिक आबादी के घरों में पेयजल के कनेक्शन नहीं हैं।

अब जन स्वास्थ्य विभाग ने पेयजल के लिए कनेक्शन शुल्क जमा करवाने का फरमान जारी किया है। यहां के निवासी दयानंद कादयान का कहना है कि ऐसा करना पेयजल उपभोक्ताओं के साथ न्याय नहीं है।

यदि हम इस गांव की पेयजल व्यवस्था को देखें तो कनेक्शनशुदा मोहल्लों में भी सप्ताह में दो बार पेयजल उपलब्ध होता है। जबकि सरकार हर परिवार को 500 लीटर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करने के दावे करती है।

यहां की पेयजल व्यवस्था दयनीय हालत में है, बल्कि 1968 से लेकर 1990 तक यहां हर आदमी को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध होता था। अमर शहीद मेजर महेंद्र सिंह की शहादत का तोहफा सरकार ने उस समय माजरा को दिया था, परंतु यह तोहफा गांव के लिए पेयजल व्यवस्था का शो पीस बना कर रह गया है।

माजरा दुबलधन के जलघर की दुर्दशा यहां की दयनीय पेयजल व्यवस्था को स्पष्ट बयां करती है। इसकी चारदीवारी काफी दिन से गिरी हुई है और यह परिसर छुट्टे पशुओं की शरणस्थली बना हुआ है।

खरपतवार और जलभराव से इसका परिसर अंटा पङा है। सन 1966 में बना एस-एस टैंक बिल्कुल जर्जर हालत में है। इसकी भी चारदीवारी गिर कर चौवे का खराब पानी पेयजल में मिलता रहता है। वैसे भी चौवा चार फीट पर है और इस टैंक की गहराई 12 फीट है।

इसमें आर्सेनिकयुक्त जल मिलता रहता है, जिससे कैंसर जैसे जल जनित रोग गांव में पैर फैलने की आशंका रहती है। पंपिंग चेंबर के चार पंप मोटर सेटों में से तीन की हांडी खराब हो चुकी है, यह लीकेज के पानी से भरा रहने के कारण ऑपरेटर को करंट के खतरे के साए में काम करना पड़ता है।

टैंकों पर प्लास्टर नहीं किया गया है। ये खराब हालत में हैं। क्लियर वॉटर पंपिंग सेट, ब्लीचिंग पाउडर होदी और जलघर के अंदर की पाइप लाइन भी जवाब दे गई है। जिससे अनुपचारित जल सप्लाई किया जा रहा है।

कंधावाली व कालियाला के बूस्टिंग स्टेशनों पर पेयजल की सप्लाई पर्याप्त न होने के कारण माजरा में पेयजल बहुत ही कम मात्रा में पंहुच रहा है। सर्विस लाइन व सप्लाई लाइनों की तकनीकी व्यवस्था करने में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग नाकामयाब रहा है।

सर्विस लाइनों में सैकड़ो अवैध कनेक्शन के कारण जरूरतमंदों को पेयजल नसीब नहीं हो पा रहा। बूस्टरों की सप्लाई लाइन में भी 50 से अधिक अवैध कनेक्शन हैं जिसके ऊपर आज तक प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है।

पूर्व सरपंच नरेंद्र कादयान व डॉक्टर दयानंद कादयान का कहना है कि जल घर का विस्तार करके और इसको अपडेट करके हर घर में नल के जल की व्यवस्था होनी चाहिए। ऊंची बस्तियों व सघन मोहल्लों में पेयजल की वांछित सप्लाई की व्यवस्था होनी चाहिए।

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हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज