केन्द्रीय कारागार नैनी के एक सजायाफ्ता कैदी की हुई एसआरएन अस्पताल में मौत
केन्द्रीय कारागार नैनी


प्रयागराज, 19 जुलाई (हि.स.)। केन्द्रीय कारागार नैनी में हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक सजायाफ्ता कैदी की उपचार के दौरान स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में शनिवार को मौत हो गई। सूचना पर नैनी पुलिस ने शव का पंचनामा करके पोस्टमार्टम कराया। यह जानकारी पुलिस उपायुक्त यमुनानगर विवेक चन्द्र यादव ने दी।

उन्होंने बताया कि बांदा जनपद के बबेरू थाना क्षेत्र के कौहरम गांव निवासी नरेश सिंह 65 वर्ष पुत्र स्वर्गीय राम अधार वर्ष 1991 में घर के समीप हुई पिता—पुत्र की हत्या मामले में हुई आजीवन कारावास की सजा लगभग ग्यारह माह से केन्द्रीय कारागार में काट रहा था। उसको जेल में पहले से उपचार कराया जा रहा था। लेकिन तीन दिन पूर्व हालत खराब होने के बाद चिकित्सकों ने उसे स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के लिए भेज दिया। जहां उपचार के दौरान शनिवार की सुबह उसकी मौत हो गई। चिकित्सकों ने कैदी की मृत्यु की सूचना जिम्मेदार अधिकारियों को दी। यह खबर मिलते ही कैदी नरेश सिंह के परिजन भी पहुंचे।

मृत कैदी नरेश सिंह की पत्नी गंगावती ने बताया कि 1991 में परिवार के ही राजकिशोर और उसके 13 वर्षीय बेटे आशीष की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने मेरे पति समेत पांच लोगों को जेल भेजा गया था। हालांकि सभी लोग जमानत पर रिहा हुए थे। लेकिन पहले जनपद न्यायालय ने 2005 में आजीवन कारावास की सजा हुई तो सभी लोग हाईकोर्ट गए जहां से सजा बरकरार रखी और एक उम्मीद थी सुप्रीम कोर्ट से वहां भी निराशा हाथ लगी और सभी लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। बांदा से लगभग 8 माह पूर्व केन्द्रीय कारागार नैनी जेल से सम्बद्ध किया गया था।

हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल