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देहरादून, 10 जून (हि. स.)। परमवीर चक्र विजेता योगेन्द्र सिंह यादव ने मंगलवार को यहां श्री दरबार साहिब में माथा टेका। उन्होंने दरबार साहिब के सज्जादे गद्दी नशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज के साथ शिष्टाचार भेंट की और आशीर्वाद प्राप्त किया।
श्री दरबार साहिब की परंपरा के अनुसार परमवीर चक्र विजेता योगेन्द्र सिंह यादव का स्वागत किया गया। श्रीमहंत देवेन्द्र महाराज के साथ भेंटवार्ता के दौरान उन्होंने सैन्य जीवन से जुड़े अनुभवों को सांझा किया। कारगिल युद्ध के हीरो योगेन्द्र सिंह यादव उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के निकट औरंगाबाद अहीर के रहने वाले हैं। कारगिल युद्ध के दौरान उनके शरीर में 17 गोलियां समा चुकी थीं लेकिन उनका जज्बा नहीं डिगा। डिगता भी कैसे उनके रोम रोम में देशप्रेम उन्हें साहस दे रहा था।
योगेन्द्र सिंह रावत ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि देश की रक्षा सर्वोपरि है। देश की रक्षा में सैनिकों का योगदान महत्वपर्ण है। सैनिकों के हौसले से ही देश की सीमाएं सुरक्षित हैं।
कैप्टन योगेन्द्र सिंह यादव देश के सबसे युवा परमवीर चक्र विजता हैं और एक सेवानिवृत भारतीय सैन्य अधिकारी हैं। कारगिल युद्ध के दौरान 4 जुलाई 1999 की कार्रवाई के लिए उन्हें उच्चतम भारतीय सेना सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार