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कोलकाता, 10 जून (हि. स.)। पश्चिम बंगाल में धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक एकता का एक अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करते हुए, दीघा में बना जगन्नाथ मंदिर से एक विशाल महाप्रसाद वितरण योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के एक करोड़ पैंतीस लाख परिवारों तक भगवान जगन्नाथ का पवित्र प्रसाद पहुंचाने की तैयारी पूरी कर ली गई है।
उल्लेखनीय है कि इस ऐतिहासिक पहल के पहले चरण में कोलकाता से 300 किलोग्राम शुद्ध खोया को दीघा भेजा गया, जिसे भव्य शोभायात्रा और धार्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से जगन्नाथ देव के चरणों में अर्पित किया जाएगा। इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, मंदिर ट्रस्ट के सदस्य और धार्मिक संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित होंगे ।
इस खीर का उपयोग करके राज्य भर की मिठाई दुकानों में परंपरागत बंगाली मिठाइयां जैसे गजा, पेड़ा, और अन्य प्रसाद तैयार किए जाएंगे। इन मिठाइयों को विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए सीलबंद पैकेटों में पैक कर, 17 जून से पश्चिम बंगाल के हर जिले, हर गांव और हर घर तक पहुंचाया जाएगा।
इस योजना को दीघा जगन्नाथ धाम ट्रस्ट के मार्गदर्शन में और कोलकाता इस्कॉन के सहयोग से किया जा रहा है। इस्कॉन को लंबे समय से विशाल धार्मिक आयोजनों और प्रसाद वितरण में विशेषज्ञता हासिल है।
ट्रस्ट के सदस्य और इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने बताया है कि, यह महज प्रसाद नहीं है, बल्कि एक आध्यात्मिक संदेश है, जो भक्तों के घर तक पहुंचेगा। इस खीर में भगवान जगन्नाथ की कृपा और बंगाल की सांस्कृतिक विरासत दोनों समाहित हैं।यह प्रसाद वितरण तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से राज्य भर में भगवान जगन्नाथ के प्रति श्रद्धा को मजबूत करना, धार्मिक चेतना का विस्तार करना और लोगों को सांस्कृतिक रूप से एकजुट करना भी है। यह आयोजन सभी जाति, धर्म और वर्ग के लोगों को एक ही पंक्ति में खड़ा करता है, जहां सबको एक समान रूप से भगवान का आशीर्वाद मिलेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय