कांगड़ा जिला के जनजातीय गांवों को विकसित करेगा उत्कर्ष : उपायुक्त
बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त।


धर्मशाला, 10 जून (हि.स.)। उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने जिला में धरती आबा उत्कर्ष जनजातीय उत्कर्ष अभियान के तहत चयनित 16 गांवों में सभी कल्याणकारी योजनाओं के शतप्रतिशत लक्ष्य अर्जित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इसके साथ ही विभिन्न योजनाओं के लाभ से वंचित पात्र लोगों की लिंकेज सुनिश्चित करने के लिए कहा है। मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय में धरती आबा उत्कर्ष जनजातीय उत्कर्ष अभियान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि धरती आबा उत्कर्ष जनजातीय उत्कर्ष अभियान के तहत चयनित पंचायतों को पूर्ण रूप से विकसित किया जाएगा। इस के लिए 15 से 30 जून तक जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएंगे जबकि इस अभियान के 15 जून को नरवाणा खास के कस्बा गांव में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में संबंधित सभी अधिकारियों को उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से जनमानस को लाभांवित किया जा सके।

उपायुक्त ने बताया कि कांगड़ा जिला में उत्कर्ष अभियान के लिए ऐसी पंचायतों का चयन किया गया है जहां पचास प्रतिशत के करीब जनजातीय वर्ग की जनसंख्या है। उन्होंने कहा कि इन पंचायतों में सरकार के माध्यम से जनजातीय वर्ग के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी मुहैया करवाई जाएगी।

उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत आधार कार्ड, जनधन खाते, कम्यूनिटी प्रमाण पत्र, एफआरए मामलों का निपटारा, आयुष्मान कार्ड, पेंशन, पोषण योजनाओं के बारे में हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे। इसके साथ ही स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों तथा नेहरू युवा केंद्रों के सदस्यों की सहभागिता भी इस अभियान में सुनिश्चित की जाएगी।

जिला योजना अधिकारी अलोक धवन ने बताया कि आबा उत्कर्ष जनजातीय उत्कर्ष अभियान के पहले चरण में 15 से 26 नवंबर तक सभी चयनित 16 गांवों में जागरूकता शिविर आयोजित किए गए थे तथा अब दूसरे चरण में 15 जून से 30 जून तक यह कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस के लिए विभिन्न गांवों के लिए शेडयूल भी निर्धारित किया जा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया