Enter your Email Address to subscribe to our newsletters


खड़गपुर, 07 दिसंबर (हि. स.)। खड़गपुर शहर में वायु प्रदूषण लगातार भयावह रूप ले रहा है। औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले धुएं के कारण शहर की वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 200 के करीब पहुंच गया है, जो जन–स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक माना जाता है। इसी बीच खड़गपुर महकमा अस्पताल के समीप धोबीघाट इलाके में जमा हो रहे कूड़े के ढेर ने स्थिति को और चिंताजनक बना दिया है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस कचरे से बदबू फैल रही है, और अक्सर कूड़े में आग लग जाती है या कोई आग लगा देता है। इसके कारण उठने वाला जहरीला धुआं वातावरण को ज्यादा प्रदूषित कर रहा है। लोगों का आरोप है कि इस धुएं से अस्पताल में भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है।
अस्पताल के सुपर गौतम माइती ने कहा कि यह भयंकर प्रदूषण हमारे मरीजों के लिए हानिकारक है। इस विषय में हम कई बार रेल और नगर पालिका को अवगत करा चुके हं। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि सर्दियों में यह जहरीला धुआं क्षेत्र के अधिक लोगों में श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है।
इधर, पर्यावरण प्रदूषण के मुद्दे पर खड़गपुर नगर पालिका और रेल प्रशासन के बीच आरोप–प्रत्यारोप शुरू हो गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि नगर पालिका का लगभग 70 वर्ष पुराना कोई भी स्थायी डंपिंग ग्राउंड नहीं है, जिसके कारण परेशानी बढ़ती जा रही है।
खड़गपुर नगर पालिका की चेयरपर्सन कल्याणी घोष ने कहा कि जहां कचरा फेंका जा रहा है, वह रेल की जमीन है। कचरा रेल की ओर से ही वहां डाला जाता है। हम इस मुद्दे पर रेल विभाग को पत्र भेजेंगे।
दूसरी ओर, रेल अधिकारियों से संपर्क करने के प्रयास के बावजूद कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / अभिमन्यु गुप्ता