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देहरादून, 2 नवंबर (हि.स.)। राज्य स्थापना रजत जयंती समारोह के अंतर्गत दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र में दूसरे दिन रविवार को विभिन्न रोचक कार्यक्रम आयोजित किए गए। पारंपरिक वेशभूषा में सजे बच्चों ने लोक गीतों, नृत्यों और कहानियों के माध्यम से उत्तराखंड की संस्कृति को जीवंत किया। नन्हें कलाकारों ने अपनी प्रतिभा से सभी का दिल जीत लिया।
राज्य स्थापना दिवस समारोह के कार्यक्रमाें की श्रृंखला में उत्तराखंड की साहित्यिक, सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत संबंधी कार्यक्रम आयाेजित किए गए। इनमें उत्तराखंड पुस्तक मेला एवं बाल गतिविधियां विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं। पुस्तक मेला में प्रकाशकों ने उत्तराखंड की संस्कृति, समाज, लोक जीवन और इतिहास से जुड़ी पुस्तकें विक्रय के लिए रखी हैं। जहां स्थानीय साहित्य से लेकर नामचीन साहित्यकारों की पुस्तकें उपलब्ध हैं।
आज के कार्यक्रम का विशेष आकर्षण ‘बाल गतिविधियां’ रहा। 4 से 6 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों ने लोक नृत्य और पारंपरिक परिधान प्रदर्शन में भाग लिया, जबकि 7 से 10 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों ने लोक गीत, लोक नृत्य, लोक कहानियां, कविता एवं पारंपरिक परिधान प्रदर्शन के माध्यम से उत्तराखंड की परंपराओं को जीवंत किया। इन बाल प्रस्तुतियों ने खुलकर यह संदेश दिया कि राज्य की संस्कृति और परंपरा की डोर अब नई पीढ़ी के सुरक्षित हाथों में है। ‘उत्तराखंड टैलेंट शो’ में बच्चों ने लोक गीत, लोक नृत्य, पारंपरिक परिधान और लोक कथाओं पर आधारित मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। इसकी निर्णायक मंडली में दीपाक्षी गुसाईं, जोहरा निज़ामी और कल्पना बहुगुणा शामिल रहीं। प्रतिभागियों ने एकल, युगल और समूह प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी सृजनात्मकता का परिचय दिया। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले दस प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। जिसमे प्रथम पुरस्कार – निमिषा सिंह, द्वितीय पुरस्कार–कुशाग्र डोभाल, तृतीय पुरस्कार–अरुण्या तोमर को मिला।
इसके अतिरिक्त आसरा ट्रस्ट समूह (बेघर एवं आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों का दल) और “रैफेल राइडर समूह” (मानसिक रूप से विशेष बच्चों का दल) को विशेष सम्मान दिया गया। दोनों समूहों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। इस आयोजन को सफल बनाने में मेघा एन विल्सन, उत्कर्ष रावत, सुमन भारद्वाज, जयभगवान गोयल, मीनाक्षी कुकरेती, स्वीटी, शकुन्तला दरियाल, शैलेंद्र सिंह रौतेला और सुंदर सिंह बिष्ट, राकेश कुमार, विजय बहादुर और पंकज शर्मा योगदान रहा। संचालन मधु डंगवाल ने किया। कार्यक्रम में काफी लोग मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार