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-30 देशों के प्रतिनिधि इस सिक्योरिटी सेमिनार में लेंगे भाग
-आईएनएस अरावली में तीन से पांच नवंबर तक होगा सेमिनार
गुरुग्राम, 2 नवंबर (हि.स.)। हिंद महासागर में सुरक्षा को लेकर भारत की खास तैयारियां हैं। इसे लेकर गुरुग्राम में तीन से पांच नवंबर तक एक विशेष सेमिनार मैरीटाइम इन्फॉर्मेशन शेयरिंग आयोजित किया जा रहा है। इसमें दुनियाभर के मैरीटाइम सिक्योरिटी स्पेशलिस्ट भाग लेंगे। आईएनएस अरावली नेवी बेस में होने वाले इस सेमिनार की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
इस सेमिनार का डिप्टी चीफ ऑफ नेवल स्टाफ वाइस एडमिरल तरुण सोबती उद्घाटन करेंगे। डीजी शिपिंग के अतिरिक्त निदेशक जनरल आईपीएस सुशील मानसिंग खोपड़े मुख्य अतिथि होंगे। आईएनएस अरावली नेवी बेस परिसर स्थित इन्फॉर्मेशन फ्यूजन सेंटर इंडियन ओशन रीजन में सोमवार से मैरीटाइम इन्फॉर्मेशन शेयरिंग सेमिनार को लेकर प्रवक्ता ने बताया कि यह वर्कशॉप भारत की महासागर नीति का अहम हिस्सा है। इसे म्यूचुअल एंड होलिस्टिक एडवांसमेंट फॉर सिक्योरिटी एंड ग्रोथ अक्रॉस रीजंस नाम दिया गया है।
उन्होंने बताया कि इस नीति का मकसद हिंद महासागर क्षेत्र के देशों के बीच सहयोग और इन्फॉर्मेशन शेयरिंग को मजबूती देना है। इस सेमिनार में यूनाइटेड नेशंस ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम, रीजनल मैरीटाइम इन्फॉर्मेशन फ्यूजन सेंटर, रीकेप इंफॉर्मेशन शेयरिंग सेंटर, इन्फॉर्मेशन फ्यूजन सेंटर सिंगापुर सेमत कई प्रमुख शिपिंग कंपनियां शिरकत कर रही हैं। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य समुद्री खतरों को रोकना है। गैर कानूनी कार्यों में पायरेसी, ड्रग तस्करी, मानव तस्करी व गैरकानूनी मछली पकडऩे जैसे कार्य शामिल हैं। हिंद महासागर रिम एसोसिएशन, जिबूती कोड ऑफ कंडक्ट, जेद्दा अमेंडमेंट और बिम्सटेक समेत 30 देशों के समुद्री सुरक्षा अधिकारी इस सेमिनार में आ रहे हैं।
बीतें दिनों ही गुरुग्राम में नेवी चीफ ऑफ स्टाफ दिनेश त्रिपाठी ने गुरुग्राम में आईएनएस अरावली में मॉनिटरिंग सेंटर का उद्घाटन किया था।आईएनएस अरावली में स्थापित किए गए इन्फॉर्मेशन फ्यूजन सेंटर इंडियन ओशन रीजन में 25 देशों के 43 मल्टीनेशनल सेंटर की लाइव फीड उपलब्ध होती है। इस सेंटर ने 28 देशों के साथ 76 से अधिक अंतरराष्ट्रीय संपर्क स्थापित किए हैं। इसमें ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, जापान, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम समेत 15 देशों के इंटरनेशनल लाइजन ऑफिसर्स तैनात हैं। ये सभी 57 समुद्री सुरक्षा संगठनों और 25 साझेदार देशों के साथ नियमित सहयोग कर रहे हैं।-----------------
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर