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भुवनेश्वर, 2 नवंबर (हि.स.)। ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा ने रविवार को सब-इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती परीक्षा घोटाले के मास्टरमाइंड शंकर पृष्टि को उत्तराखंड के भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र से गिरफ्तार कर भुवनेश्वर लाया।
सूत्रों के अनुसार, पंचसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज के मालिक शंकर पृष्टि घोटाला सामने आने के बाद से फरार था और कथित रूप से देश छोड़कर भागने की कोशिश कर रहा था। अपराध शाखा की टीम ने शनिवार रात उन्हें धर दबोचा।
गिरफ्तारी के बाद, रविवार सुबह उन्हें नई दिल्ली से बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, भुवनेश्वर लाया गया। वहां से उसे कड़ी सुरक्षा में कटक स्थित अपराध शाखा मुख्यालय ले जाया गया, जहां उनसे पूछताछ जारी है। बताया गया है कि गिरफ्तारी मेमो और अन्य औपचारिकताएँ दिल्ली में पूरी की गईं।
भुवनेश्वर पहुंचने पर मीडिया से बातचीत में पृष्टि ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया और कहा कि उनका इस घोटाले या किसी आरोपित से कोई संबंध नहीं है।
उन्होंने कहा, “ये सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और जल्द ही मुझे जमानत मिल जाएगी। मेरा मुना मोहंती या 124 अन्य अभ्यर्थियों से कोई संबंध नहीं है। मैंने न्याय के लिए पहले ही ओडिशा हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।”
अपराध शाखा सूत्रों के मुताबिक, शंकर पृष्टि की गिरफ्तारी के लिए पिछले कई महीनों से कई राज्यों में तलाश जारी थी। ओडिशा पुलिस भर्ती बोर्ड (ओपीआरबी) द्वारा आयोजित एसआई भर्ती परीक्षा में हुई बड़े पैमाने पर अनियमितताओं के उजागर होने के बाद वह भूमिगत हो गया था।
जांच में पता चला है कि उन्होंने गिरफ्तारी से बचने के लिए कई सिम कार्ड और डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल किया तथा दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में ठिकाने बदलते हुए नेपाल सीमा तक पहुंच गया था ।
अपराध शाखा अब उनसे पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस घोटाले में और कौन-कौन लोग शामिल हैं तथा इसकी पूरी साजिश किस स्तर तक फैली हुई थी।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता महंतो