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पौड़ी गढ़वाल, 2 नवंबर (हि.स.)। मंडल मुख्यालय पौड़ी के कोट ब्लाक में रविवार को मनसार मेले का आयोजन किया गया। मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। हर साल आयोजित होने वाला इस मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेते है। मेला समिति भी कई दिनों से मेले के सफल आयोजन को लेकर तैयारियों में जुटी रहती है।
रविवार को हुए मेले में देवल गांव स्थित लक्ष्मण के मंदिर से ध्वज निसाणों के साथ ढोल-दमाऊं और पूरी रीति रिवाज के साथ ग्रामीण् फलस्वाड़ी गांव पहुंचे। कोटसाड़ा गांव से ग्रामीण बबले (घास) की रस्सी व दूण-कंडी (मिठाई की टोकरी) लेकर फलस्वाड़ी गांव पहुंचे। यहां निशान लगी लकड़ियों से खेत की खुदाई की गई। खुदाई के दौरान श्रद्धालुओं ने सीतामाता के शिलारूपी दर्शन किए। मंदिर समिति के प्रदीप भटट ने बताया कि मान्यता है कि जब भगवान राम के द्वारा सीतामाता को जंगल भेजा गया था तो लक्ष्मण ने सीता को फलस्वाड़ी गांव में ही छोड़ा था। जिसके बाद सीतामाता यहां धरती में समा गई थी। कुछ लोगों का मानना है कि इसी धरती के नीचे सीतामाता का मंदिर भी है।
हिन्दुस्थान समाचार / कर्ण सिंह