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हरिद्वार, 2 नवंबर (हि.स.)।पतंजलि विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में पधारी राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगऋषि स्वामी रामदेव ने कहा किपतंजलि विश्वविद्यालय के विद्यार्थी केवल शिक्षा नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की भावना से ओतप्रोत होकर आगे बढ़ रहे हैं।
स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि विश्वविद्यालय का हर विद्यार्थी ‘जॉब सीकर’नहीं बल्कि ‘जॉब क्रिएटर’है। यहां शिक्षा का आधार किसी जाति या धर्म पर नहीं बल्कि सनातन सिद्धांतों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि पतंजलि विश्वविद्यालय का उद्देश्य केवल शिक्षित नागरिक नहीं, बल्कि चरित्रवान, आत्मनिर्भर और नैतिक समाज का निर्माण करना है।
विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण ने मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और विशिष्ट अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि पतंजलि विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को सफलतापूर्वक लागू किया है। यह नीति शिक्षा को रोजगारपरक, बहुविषयक और मूल्य-आधारित बनाने का लक्ष्य रखती है। उन्होंने कहा कि पतंजलि विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से 3.48 ग्रेड पॉइंट के साथ ए+ ग्रेड प्राप्त किया है, जो इस संस्थान की उच्च गुणवत्ता का प्रमाण है।
उन्होंने कहा किविश्वविद्यालय में शुल्कमुक्त शिक्षा प्रणाली और मेधावी विद्यार्थियों के लिए विशेष छूट दी जाती है। आचार्य बालकृष्ण ने यह भी बताया कि पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन ने योग, आयुर्वेद और समग्र स्वास्थ्य विज्ञान केक्षेत्र में उल्लेखनीय वैज्ञानिक योगदान दिया है, जिसके लिए उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय खेल, संस्कृति और अनुसंधान के क्षेत्र में भी निरंतर प्रगति कर रहा है। आचार्य जी ने कहा कि पतंजलि विश्वविद्यालय को हम विश्व के श्रेष्ठतम विश्वविद्यालयों की श्रेणी में लेकर जायेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला