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नई दिल्ली, 2 नवंबर (हि.स.)। जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने रविवार को नई दिल्ली में “मार्केटिंग रिवायर्ड: एआई, इनोवेशन एंड इन्फ्लुएंस इन द डिजिटल एरा” शीर्षक से एक विचारोत्तेजक राउंड टेबल सम्मेलन किया। इस कार्यक्रम में उद्योग के वरिष्ठ विशेषज्ञों, विचार नेताओं और जयपुरिया के चारों परिसरों लखनऊ, नोएडा, जयपुर और इंदौर के वरिष्ठ शिक्षाविदों ने भाग लिया। इस आयोजन ने एआई-संचालित मार्केटिंग के भविष्य और उद्योग–शैक्षणिक सहयोग की बदलती गतिशीलता पर जीवंत विचार-विमर्श का मंच प्रदान किया।
कार्यक्रम की शुरुआत श्रीवत्स जयपुरिया, उपाध्यक्ष, जयपुरिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, के प्रेरक संबोधन से हुई। उन्होंने तकनीकी नवाचार और शैक्षणिक कठोरता को जोड़ने वाले सहयोगात्मक शिक्षण मॉडलों के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जयपुरिया में हमारा मानना है कि शिक्षा केवल छात्रों को उद्योग के लिए तैयार करने तक सीमित नहीं होनी चाहिए; बल्कि उसे उद्योग के भविष्य का सह-निर्माण करना चाहिए। यही इस राउंड टेबल की भावना है। जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट भारत का पहला एआई-नेटिव बिजनेस स्कूल है, और ऐसी पहलों के माध्यम से हमारे छात्र कृत्रिम बुद्धिमत्ता का लाभ उठाना सीखते हैं, बिना सीखने की गुणवत्ता से समझौता किए।
डॉ. कविता पाठक, निदेशक, जयपुरिया लखनऊ, ने एआई के माध्यम से मार्केटिंग रणनीतियों में हो रहे बदलाव और उपभोक्ता अपेक्षाओं के पुनर्परिभाषण पर एक प्रभावशाली शैक्षणिक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। एआई, इनोवेशन और इन्फ्लुएंस पर केंद्रित इस सम्मेलन में रेटगेन, नाइका, वीवो, स्नैप इंक., क्लिकब्रैट.एआई, लेंट्रा, एलटी फूड्स, आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड, पंट पार्टनर्स, सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स, साइफ्यूचर, कलरबार कॉस्मेटिक्स, ट्रेंट हाइपरमार्केट, रेडिकल, रेड एफएम, मर्सर, कैनन इंडिया, कैटेलिस्ट ब्रांड्स इंडिया, और ओरेन कंसल्टिंग जैसी अग्रणी संस्थाओं के वरिष्ठ पेशेवरों और निर्णयकर्ताओं ने भाग लिया।
नेहा जॉली साहनी (हेड – एडवरटाइजिंग सॉल्यूशन्स स्नैपचैट) ने कहा कि यह राउंड टेबल अकादमिक जगत और उद्योग के बीच मुक्त और ईमानदार संवाद के लिए एक ताजगीभरा मंच था। ऐसे संवाद दोनों क्षेत्रों को जोड़ने और साझा चुनौतियों के समाधान में बेहद महत्वपूर्ण हैं। हेमा गुलाटी ( नेशनल हेड ट्रेनिंग एंड विजुअल मर्चेंडाइजिंग, नाइका) ने कहा कि ऐसे सम्मेलन नेटवर्किंग और विचार-विनिमय के लिए अद्वितीय अवसर प्रदान करते हैं। समान सोच रखने वाले पेशेवरों के साथ मिलकर नए विचारों पर मंथन करना अत्यंत प्रेरणादायक होता है।”
राजेश कुमार चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, लेंटरा ने कहा कि उद्योग के नेताओं को एक साथ लाने और शिक्षण पद्धतियों को पुनः कल्पित करने का यह जयपुरिया का उत्कृष्ट प्रयास है। यह पहल साझा अधिगम को बढ़ावा देती है और अकादमिक–उद्योग संबंधों को मजबूत करती है। जयपुरिया के फैकल्टी चेयरों द्वारा संचालित समानांतर राउंड टेबल चर्चाओं में मार्केटिंग में एआई के विविध आयामों जैसे प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स, एआई-जनरेटेड अवतार, स्वचालन की नैतिकता, गोपनीयता और ब्रांड प्रामाणिकता पर विचार किया गया।
डॉ. सुभाज्योति रे निदेशक जयपुरिया नोएडा, और डॉ. दानेश्वर शर्मा, निदेशक, जयपुरिया जयपुर, ने शैक्षणिक नवाचार, नैतिक एआई अपनाने और भविष्य के लिए तैयार पाठ्यक्रम सह-निर्माण पर अपने विचार साझा किए। जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अपने पाठ्यक्रम में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के एकीकरण में अग्रणी रहा है। उद्योग–शैक्षणिक सहयोग के माध्यम से संस्था उद्योग में एआई के प्रभाव को गहराई से समझती है और छात्रों को इस बदलते डिजिटल युग में नेतृत्व के लिए तैयार करती है। सभी प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से इस बात पर जोर दिया कि शैक्षणिक संस्थानों को न केवल तकनीकी प्रगति के साथ तालमेल बनाए रखना चाहिए, बल्कि नवाचार को सीखने की प्रक्रिया का अभिन्न अंग बनाकर अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए।
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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव