आदि कैलाश में पहली हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा रन मैराथन में 22 राज्यों के 700 से अधिक धावकों ने लिया भाग
आदि कैलाश में  हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा रन मैराथन।


आदि कैलाश में  अल्ट्रा रन मैराथन।


- अल्ट्रा मैराथन से सीमांत क्षेत्र में पर्यटन और एडवेंचर स्पोर्ट्स को मिलेगी नई गति

- प्रधानमंत्री के विजन को मिला सीमांत क्षेत्र में शीतकालीन पर्यटन को नया विस्तार

पिथौरागढ़, 2 नवंबर (हि.स.)। राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आदि कैलाश में उत्तराखंड की पहली हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा रन मैराथन का ऐतिहासिक आयोजन किया गया। यह आयोजन उत्तराखंड की ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में दर्ज हुआ है। यह 60 किलोमीटर लंबी अल्ट्रा रन मैराथन आज रविवार को आदि कैलाश से प्रारंभ हुई, जिसमें देश के 22 राज्यों से 700 से अधिक धावकों ने भाग लिया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहली हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा रन मैराथन के लिए सभी प्रतिभागियों, आयोजनकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों को बधाई देते हुए कहा कि यह आयोजन उत्तराखंड के लिए गर्व का क्षण है। आयोजन के दौरान स्थानीय जनता में भारी उत्साह देखने को मिला और हजारों लोगों ने धावकों का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में सचिव पर्यटन, आईटीबीपी अधिकारी श्, जिला प्रशासन, पुलिस विभाग के अधिकारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। कई धावकों ने अपने अनुभव को लेकर कहा कि आईटीबीपी और भारतीय सेना का सहयोग और मार्गदर्शन अतुलनीय रहा, जिसने इस कठिन रूट पर आयोजन को सफल और सुरक्षित बनाया। प्रतिभागियों ने उत्तराखंड सरकार और जिला प्रशासन की ओर से की गई उत्कृष्ट व्यवस्थाओं की जमकर प्रशंसा की।

मुख्यमंत्री धामी ने एक बयान जारी कर कहा कि सीमांत क्षेत्रों का विकास हमारी प्राथमिकता है। अल्ट्रा मैराथन जैसे आयोजन न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति देते हैं, बल्कि युवा पीढ़ी में साहसिक खेलों के प्रति उत्साह भी पैदा करते हैं। आने वाले समय में उत्तराखंड साहसिक खेलों और पर्वतीय पर्यटन का वैश्विक केंद्र बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदि कैलाश जैसे पवित्र व आध्यात्मिक धाम में आयोजित यह ऐतिहासिक अल्ट्रा रन न केवल साहस और समर्पण की मिसाल है, बल्कि यह सीमांत क्षेत्रों में साहसिक पर्यटन और खेल संस्कृति को नई दिशा देगा। राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में यह आयोजन उत्तराखंड के उज्ज्वल भविष्य और असीम संभावनाओं का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विजन और उनके ओर से आदि कैलाश में किए गए दर्शन के बाद इस संपूर्ण क्षेत्र में पर्यटन और आध्यात्मिक गतिविधियों को अभूतपूर्व प्रोत्साहन मिला है। राज्य सरकार भी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में हिमालयी और शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।

उल्लेखनीय है कि हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा रन मैराथन का आयोजन उत्तराखंड की ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में दर्ज हुआ है। ऐसा मानना है कि राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में एडवेंचर टूरिज़्म और खेल संस्कृति को इससे नई ऊंचाई मिलेगी। इस आयोजन को उत्तराखंड की साहसिक खेल क्षमता, प्राकृतिक धरोहर और पर्यटन संभावनाओं के नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। इस प्रतियोगिता के पीछे हिमालयी क्षेत्रों में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने वाला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजन है। राज्य सरकार के इस सतत प्रयासों से सीमांत क्षेत्र में साहसिक पर्यटन, धार्मिक पर्यटन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार