Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
धर्मशाला, 21 अक्टूबर (हि.स.)। नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया है कि सुक्खू सरकार व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर हिमाचल प्रदेश में टैक्स पर टैक्स थोप रही है। उन्होंने कहा कि दो साल के कार्यकाल में राज्य ने अपनी पहचान और सम्मान खो दिए हैं और विकास की दृष्टि से भी प्रदेश पीछे चला गया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा के पांच वर्षों के मुकाबले कांग्रेस ने मात्र 20 महीनों में एक लाख करोड़ रुपये का ऋण ले लिया है। उन्होंने हाल में हरियाणा में हुए चुनावों में हिमाचल की झूठी गारंटी के प्रभाव की चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस को वहां हार का सामना करना पड़ा।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने आते ही हर चीज पर टैक्स लगाना शुरू कर दिया है जिसमें पीने के पानी से लेकर सीमेंट तक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सीमेंट की कीमतों में केवल दो साल में 125 रुपये की वृद्धि की गई है। पहले तो टॉयलेट टैक्स की बात होती है, फिर सरकार पीछे हट जाती है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का नाम लेकर जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने बताया कि राज्य में कर्मियों को वेतन और पेंशन की समस्याएं आ रही हैं। केंद्र सरकार ने राज्य को लगभग 1490 करोड़ रुपये जारी किए हैं लेकिन मुख्यमंत्री इसे अपनी उपलब्धि बताकर वाहवाही लूट रहे हैं।
उन्होंने एचआरटीसी बसों में यात्रा शुल्क में वृद्धि की बात करते हुए कहा कि भाजपा के समय में शुरू हुए विकास कार्य रोक दिए गए हैं। बिजली बोर्ड में कई पद समाप्त कर दिए गए हैं, जबकि सरकार को आठ सीपीएस की नियुक्तियों को रद्द करना चाहिए था।
जयराम ठाकुर ने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार के भीतर के हालात ठीक नहीं हैं। उद्योगपतियों को हिमाचल में सुविधाएं न मिलने के कारण वे राज्य छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों में इलाज की समस्याओं के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया और हिमकेयर को बंद करने की कोशिशों की आलोचना की।
उन्होंने कहा कि राज्य में केंद्रीय योजनाओं को रोका जा रहा है जिससे आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया