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जयपुर, 21 अक्टूबर (हि.स.)। राजस्थान में डेंगू अब जानलेवा हाे रहा है। चित्तौड़गढ़ की बड़ी सादड़ी पंचायत समिति की पूर्व प्रधान और एक अन्य युवती की इससे मौत हो गई। प्रदेश में अब तक आरएएस अफसर, डॉक्टर समेत आठ लोगों की मौत डेंगू से हो चुकी है। जबकि, आठ हजार से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। अस्पतालों में लगातार मौसमी बीमारियों के मरीज बढ़ रहे हैं। डेंगू पॉजिटिव के सबसे ज्यादा केस जयपुर में 1015 आए हैं। हालात खतरनाक हो चुके हैं।
एमबीएस हॉस्पिटल के मेडिसिन यूनिट इंचार्ज डॉक्टर श्याम बिहारी ने बताया कि दिव्या मेहरा (18) प्रेम नगर अफोर्डेबल योजना में रहती थी। युवती काे 10 दिन से बुखार था। परिजन छह-सात दिन तक बाहर इलाज करवाते रहे। 16 अक्टूबर को अस्पताल में एडमिट कराया। मल्टी ऑर्गन फेल हो चुके थे। 19 अक्टूबर को सुबह 11 बजे मौत हो गई। सीएमएचओ डॉक्टर जगदीश सोनी ने बताया कि युवती का आधार कार्ड में एड्रेस बारां जिले का था। युवती तीन भाई-बहन में सबसे छोटी थी। पिता रघुराज ने बताया कि कॉलोनी में जगह-जगह पानी फैला हुआ है। शिकायत के बाद भी प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा।
कोटा में अब तक डेंगू के 280 केस सामने आ चुके हैं। 25 सितंबर को राजकीय एएनएम ट्रेनिंग सेंटर की छात्रा नाजिया खानम की डेंगू से मौत हो चुकी है। जिले में स्क्रब टाइफस के केस भी लगातार बढ़ रहे हैं। चित्तौड़गढ़ की बड़ी सादड़ी पंचायत समिति की पूर्व प्रधान चेतना मेघवाल (40) डेंगू से पीड़ित थी। तीन दिन पहले ही उदयपुर रेफर किया था। उदयपुर के निजी हॉस्पिटल में उन्हें दो दिन तक आईसीयू वार्ड में रखा गया, लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हुआ। प्लेट रेट्स ज्यादा कम होने के कारण उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। रविवार को मौत हो गई।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित