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लखनऊ, 21 अक्टूबर (हि.स.)। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेडियोथेरेपी विभाग में प्रशामक देखभाल इकाई द्वारा सतत चिकित्सा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि केजीएमयू को किसी भी प्रकार से संसाधनों की कोई कमी नहीं होने देंगे। केजीएमयू द्वारा अपनी प्रतिष्ठा एवं परम्परा का निर्वहन किया जा रहा है। राज्य सरकार केजीएमयू के कार्यों से प्रसन्न है एवं हरसंभव सहयोग चाहे वित्तीय हो अथवा प्रशासनिक, केजीएमयू को प्रदत्त करने हेतु कटिबद्ध है।
केजीएमयू की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि केजीएमयू राज्य सरकार एवं उपमुख्यमंत्री का बहुत आभारी है। उनके प्रयासों के कारण ही हमें अपने एक्सटेंशन के लिए जमीन प्राप्त हो पाई है। शीघ्र ही रेडियोथेरेपी विभाग में एक नया लीनियर एक्सीलरेटर लगाया जाएगा। प्रो. शालीन कुमार ने कहा कि बड़ा मुश्किल है मरीज के आखिरी समय की देखभाल। हमारे देश में इच्छामृत्यु कानूनन नहीं है। किन्तु जिन रोगियों में जीवन की सम्भावना शून्य है, उनका उपचार बेहद चुनौतियों से भरा है। तीमारदार से मृत्यु की सम्भावना की सूचना साझा करते हुए मार्मिक एवं दार्शनिक दृष्टिकोण अपनाना होगा।
प्रो. संजय धीराज ने कहा कि नारकोटिक्स की दवाएं जैसे अफीम इस प्रकार के रोगियों को उपलब्ध कराई जाती हैं। इसे 2.5 से 5 मिलीग्राम से आरम्भ किया जाता है। इसकी खुराक 6 गुना तक बढ़ाई जा सकती है। इसका सबसे अधिक दुष्प्रभाव कब्ज है। कार्यक्रम में प्रोफेसर विनीत शर्मा, अपजीत कौर, राजीव गुप्ता, अभिनव सोनकर, संदीप तिवारी, बीके ओझा, प्रो क्षितिज श्रीवास्तव, आनंद मिश्रा व पवित्र रस्तोगी एवं अन्य संकाय सदस्य उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन