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कैथल, 21 अक्टूबर (हि.स.)। पिछले दो दिनों से धान के अवशेष जलाने पर जिला प्रशासन ने सख़्तर भैया अपना रखा है। सोमवार शाम तक पराली जलाने के 18 मामलों में 14 किसानों को गिरफ्तार किया जा चुका है। कैथल जिले में पिछले साल पराली जलाने के 270 में मामले सामने आए थे। जिनमें से 72 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी, परंतु इनमें आज तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई थी।
पुलिस अब पिछले साल के पेंडिंग मामलों में भी किसानों को गिरफ्तार करेगा।वहीं कृषि विभाग के उप निर्देश बाबू लाल ने बताया कि जिले में अब तक पराली जलाने के 123 मामले सामने आए हैं, इनमें से 40 मामलों में पराली जलाना नहीं पाया गया। इसके अतिरिक्त 2 जगहों पर शॉर्ट सर्किट द्वारा आग लगनी पाई है, इनमें से 63 पर एक लाख 57 हजार 500 जुर्माना लगाया गया, वहीं पिछले साल 270 मामलों में 72 एफआईआर दर्ज करवाई गई थी।
अब तक इन किसानों को किया जा चुका है गिरफ्तार
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि चीका पुलिस के एसआई एचसी गौरव कुमार की टीम द्वारा बारु राम को गिरफ्तार किया गया। गुहला पुलिस द्वारा 3 मामलों में एचसी बिरेंद्र सिंह, एएसआई भूपेंद्र व एचसी वेदपाल की टीम द्वारा गांव चक्कू लदाना निवासी रंजोट सिंह, रामथली निवासी अमरीक सिंह व गांव खरौदी निवासी तेलुराम को गिरफ्तार किया गया। ढांड पुलिस द्वारा 3 मामलों में एचसी नरेंद्र, एएसआई बलकार की टीम द्वारा आरोपी गांव बरोट निवासी राजेंद्र व गांव चुहड़माजरा निवासी जिले सिंह को काबू कर लिया गया। पूंडरी पुलिस द्वारा 5 मामलों में एचसी विकास, पीएसआई दीपक कुमार, पीएसआई गगनदीप, एचसी विनोद कुमार व एचसी नरेंद्र की टीम द्वारा आरोपी गांव सिरसल निवासी कृष्ण लाल, गांव दुलयानी निवासी सतपाल, गांव भाना निवासी राकेश कुमार, सिरसल निवासी रामफल व गांव जाम्बा निवासी भीम सिंह को गिरतार किया गया। इनके अतिरिक्त सोमवार को चार अन्य किसानों को भी गिरफ्तार किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / नरेश कुमार भारद्वाज